हेलो फ्रेंड्स, वेलकम बैक to Hindipila.com आज हम बात करने वाले हैं पेटीएम के बारे में। पेटीएम स्टॉक आज down गया। ऑलमोस्ट पॉइंट 6 % और पॉइंट सिक्स सिक्स % आज डाउन गया। लेकिन अगर हम जो इसने टॉप बनाया था फिलहाल वहां से बात करने लगे। दिस स्टॉक डाउन 34 %। तो जैसा कि मैं अक्सर कहता हूं कि अगर कोई स्टॉक। अपने रीसेंट आई से या फिर अच्छी कंपनी के केस में ऑलटाइम हाई से 30, 40 परसेंट डाउन आ जाए तो उसमें बाइंग अपॉर्च्युनिटी दिखनी चाहिए। तो क्या पेटीएम में भी सेम सीन नजर आता है? तो सबसे पहले मैं एक चीज बता दूं। इसमें कोई सेम सीन नजर नहीं आता। ऐसा कुछ नहीं है कि हर एक कंपनी को हम सेम तरीके से देखने लगे। पेटीएम को लेकर बहुत सारे लोगों के मन में डाउट है और बहुत सारे लोगों ने इस स्टॉक को अपने पास अच्छे से भरभर के रखा हुआ है। मीडिया पर काफी शोर मचाया गया। इनको न्यू एज टेक्नोलॉजी शेयर बताया गया कि आजकल के शेयर्स हैं। यह पुराने कन्वेंशनल बिजनेस में नहीं है और ऐसा लगता है कि यह stock में बहुत ज्यादा पैसा कमा कर देंगे। जबकि ऐसा नहीं है। सो, हम अगर इसकी एक बार valuation की बात करें या फिर क्वार्टर क्वार्टरली results की बात करें, उससे पहले मैं आपको बताना चाहूंगा कि इस stock के ऊपर मैं पहले ही बहुत बार article बना चुका हूं।
चीजों को समझने की कोशिश नहीं करते और चीजों को समझने की कोशिश इसलिए नहीं करते क्योंकि हमारी हैबिट ऐसी हो गई है। मेहनत करने की हैबिट कहीं ना कहीं खत्म हो गई है। तो एक तो उस हैबिट को यहां पर हटाना है। अपनी मेहनत करना जरूरी है क्योंकि बिना समझे हम किसी के कहने से कैसे कोई चीज को ले सकते हैं और कैसे अपना हार्ड मनी लगा सकते हैं। इस चीज को ध्यान में रखने की जरूरत है। तो अभी भी इस वीडियो में मैं सेमी फैक्ट्स एंड फिगर्स आपके सामने रखूंगा। मेरी रिकमेंडेशन न बेचने की है, न बाय करने की है। लेकिन आपको खुद को समझ में आएगा कि क्या करना चाहिए। जैसे यहां पर अगर हम इसके नंबर्स देखें तो सबसे पहले देखते हैं। फोर्टी वन थाउजेंड करोड़ रुपए की यह कंपनी है। फोर्टी वन थाउजेंड करोड़ रुपए कितने होते हैं। इस चीज का हमें आइडिया लग सकता है कुछ बड़ी कंपनी से। जैसे हम यहां पर अगर सपोस, हिंदुस्तान पेट्रो की या फिर हम एक दूसरा एक एग्जाम्पल लेते हैं। डीसीबी बैंक की बात करते हैं। डीसीबी बैंक सिर्फ 3770 करोड़ का बैंक है तो यह भी एक स्टॉक है जिसको लेकर हम बात कर सकते हैं, वीडियो बना सकते हैं या फिर हम यहां पर बात करते हैं।
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तो ऑलमोस्ट सेम साइज की कंपनी है। फोर्टी टू थाउजेंड करोड़ की पेटीएम है। बैंक ऑफ इंडिया फोर्टी सिक्स थाउजेंड करोड़ की है और पेटीएम की अगर हम बात करने लगे तो एक क्वार्टर का लॉस इसका थ्री हंड्रेड फोर करोड़ रुपए का है और बैंक ऑफ इंडिया का 1 करोड़ का profit। यहां पर फिफ्टीन हंड्रेड करोड़ रुपए का है। सेम मार्केट साइज की कंपनी यानी कि दोनों ही कंपनी सेम प्राइस की आती है। एक फोर्टी सिक्स थाउजेंड फोर्टी टू थाउजेंड। कोई फर्क नहीं है लेकिन एक कंपनी 300 करोड़ का लोन देती है और दूसरी कंपनी 1500 करोड़ का प्रॉफिट देती है। यही यहीं से हमें चीजों को समझ में आना चाहिए कि हम फोर्टी टू थाउजेंड करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं या इसको पूरी कंपनी के वैल्यूएशन से ही हमें समझना होगा। सिर्फ एक शेयर से यह बात नहीं बनती कि पूरी कंपनी कितने की और पूरी कंपनी कमाता कमाती कितनी है। अब जब हम यहां पर एक बात और करते हैं कि पूरी कंपनी यहां पर फोर्टी टू थाउजेंड करोड़ रुपए की है और यहां पर सेल सेवेन थाउजेंड टू हंड्रेड करोड़ रुपए की है। लेकिन इस कंपनी ने पिछले सेवेन ईयर में आज तक ऑपरेटिंग प्रॉफिट भी नहीं कमाया। मींस। ऐसी कौन सी कंपनी होती है जिसकी सेल्स फोर नाइन करोड़ से बढ़कर सेवेन थाउजेंड टू हंड्रेड करोड़ तक हो गई, लेकिन आज तक पैसा नहीं कमा पाए। ऑपरेटिंग प्रॉफिट नहीं कमा पाए?
बाकी तो सारी बातें ही अलग हैं और मींस। नेट प्रॉफिट तो आएगा कहां से, जब ऑपरेटिंग प्रॉफिट आज तक नहीं आया। और यहां पर। क्वॉर्टर्ली रिजल्ट की बात करने लगे तो एक बार को ऑपरेटिंग प्रॉफिट कम हुआ था। यहां पर मींस लॉस कम हुआ था। वन फोर्टी वन करोड़ रह गया था। वापस फिर से बढ़ना शुरू हो गया। तो मीन्स इस कंपनी से आप क्या उम्मीद करोगे और क्यों? इसको आप फोर्टी टू थाउजेंड करोड़ रुपए की वैल्यूएशन दोगे। मींस, जिसकी आरओसी, आरओसी, आरओई सब कुछ निगेटिव है। रिटर्न ऐसेट निगेटिव है। ईवी एबिटा यहां पर निगेटिव है और प्रॉफिट लास्ट। ट्वेल्व मंथ्स का यहां पर 1500 करोड़ रुपए का लॉस है। कंपनी का 1200 करोड़ रुपए का 1300 करोड़ रुपए का। कुछ लोग यहां पर क्या कह सकते हैं? विवेक भाई लोग यहां पर कम होता जा रहा है। थ्री थाउजेंड नाइन हंड्रेड सिक्सटी करोड़ से कम होकर ट्वेल्व हंड्रेड करोड़ हो गया तो यह सब फालतू की बातें हैं। अगर सेल्स डबल करने पर भी यहां पर ऑपरेटिंग प्रॉफिट नहीं आ पाया तो कम हो पाएगा। यह सब चीजें मेन्स हाई टेक हुआ। कहां बना क्या?
यहां पर हमें नंबर्स को देखकर समझने की जरूरत है। हम लोग गलती क्या करते हैं? हम लोग गलती यह करते हैं कि स्टॉक प्राइस नीचे आ जाए तो वह कंपनी बेकार मान लेते हैं। यह बड़ी जनरल सी टेंडेंसी है। मैं बहुत बार बहुत सारे वीडियोज में रिपीट कर चुका हूं, लेकिन फिर भी समझने की जरूरत है कि कंपनी नीचे आ जाए। स्टॉक नीचे आ जाए तो कंपनी बेकार मान लेते हैं। स्टॉक ऊपर चला जाए तो कंपनी को अच्छा मान लेते हैं, जबकि दोनों चीजें बिल्कुल डिफरेंट हैं। एक बेकार कंपनी शॉर्ट टर्म में ऊपर जा सकती है, लेकिन फाइनली वह नीचे आएगी ही आएगी। पेटीएम उसी का एग्जाम्पल है और एक अच्छी कंपनी। यहां पर जिसके रिजल्ट्स अच्छे हैं। जिसका सब कुछ अच्छा है, वह शॉर्ट टर्म में नीचे आ सकती है, लेकिन लॉन्ग टर्म में वह ऊपर जाएगी ही जाएगी। हमें इन सब बातों का ध्यान रखना चाहिए और यही मार्केट में पैसा कमाने का एक सिंपल सा तरीका होता है कि जब अच्छी कंपनी, जिसका ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा हो और वह शॉर्ट टर्म में नीचे चली जाए तो वहां बैठ लगाई जाए, जिससे जब वह नॉर्मल हो जाए। अपने लॉन्ग टर्म ट्रैक के हिसाब से कंपनी के फाइनेंशियल बिजनेस के हिसाब से वापस से नॉर्मल हो जाए तो हमारा पैसा बने। सेम तरीके से हमें बेकार कंपनीज में बिल्कुल उसका अपोजिट करना चाहिए कि जब वह किसी रीजन से ऊपर चला जाए। स्टॉक प्राइस कुछ भी रीजन बना हो तो वहां से निकलने की कोशिश की जाए और फिर उसमें कभी बेसिकली एंट्री तो कभी लेनी ही नहीं है। एक कंपनी जो कभी पैसा ही नहीं कमा पाई तो हम स्टॉक मार्केट
में इस कंपनी के स्टॉक प्राइस के ऊपर जाने की किस बेस पर उम्मीद करेंगे? आप यह चीज समझ कर देखो इनका बिजनेस मॉडल क्या है? मींस जो कंपनी यहां पर अपने पैसे को रोड करती हो, यहां पैसे खत्म होते जाते हों और अभी आपको एक बात और सुनने में आई होगी कि जो एफआईआई में यहां पर वारेन बफेट जी के पैसे लगे थे वह भी यहां से एग्जिट कर गए और अलीबाबा भी यहां से एग्जिट कर गया। तो यह चीजें बचेंगी कहां से? जो पब्लिक है पब्लिक यहां से बढ़ती जाएगी और पब्लिक के पास वैसे बहुत ज्यादा शेयर हैं नहीं, लेकिन पब्लिक के पास भी जो शेयर हैं, यह इसमें बहुत सारे क्लोज होते हैं। जब भी आप इस तरह की कंपनी देखोगे ना, तो इस तरह की कंपनीज में बहुत सारे ऐसे क्लोज होते हैं कि लिस्टिंग के बाद इतने टाइम तक निकल नहीं सकते। अपनी आंखों के सामने चीजें बेकार होती देखोगे। वैल्युएशन गेम होता है, फालतू की सारी चीजें हैं यहां पर जब भी पैसे लगाओ तो सबसे पहले देखो कंपनी कमाती कितना है। फोर्टी थाउजेंड करोड़ रुपए की कंपनी कुछ नहीं कमाती। कमाती तो छोड़ो लगातार सात आठ साल से पैसे खोई जा रही है। तो सबसे पहला रूल होना चाहिए कि अगर कंपनी यहां पर हम जिसको एनालाइज करने की बात कर रहे हैं, सबसे पहले बिजनेस कैसा है, इसका बिजनेस क्या है?